read, know, decide what is human, be humble and act humanity.
आजकल दलित सवर्ण हो या हिन्दू मुस्लिम हो; चल रहा है कि वाचकों का संतुलित विचार नही दिखाई देता ।
दोनों side सदा ही द्वंद्व पर है ।
जिस किसी व्यक्ति या समुह ने गलत किया हो आज या कल भी हो तो उसने सॉरी रहना और जब सॉरी रहे तो उस व्यक्ति या समूह को माफ कर देना जरूरी है ।
तब ही जा के सब एक हो के समाज को आगे बढ़ा पाएंगे ।
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